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तितलियाँ / हेमन्त दिवटे
Kavita Kosh से
कॉम्प्लेक्स के
गार्डन में घूमते हुए
मैंने सहज ही मित्र से कहा —
अरे, गहरे पीले रंग की छोटी तितलियाँ
नज़र ही आती नहीं आजकल
तो वह
सरलता से बोला
बहुत ही सरलता से बोला —
वो ब्राण्ड अब बन्द हो चुका है।
मूल मराठी से अनुवाद : सरबजीत गर्चा