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तुम अब / नागराज मंजुले / टीकम शेखावत
Kavita Kosh से
तुम
अब
मेरे लिए
जैसे
आत्महत्या का
कोई ख़त पुराना-सा।
मूल मराठी से अनुवाद — टीकम शेखावत