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तुम खाड़े रहियो स्याम सुनर / अंगिका लोकगीत

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   ♦   रचनाकार: अज्ञात

तुम खाड़े रहियो स्याम सुनर गोरी तोरा सोॅ होइहैं राधिका
गोरी तोरा सोॅ होइहैं राधिका गोरी तोरा सोॅ होइहैं राधिका
तुम खाड़े रहियो स्याम सुनर गोरी तोरा सोॅ होइहैं राधिका

कौन बरन की राधिका हो कौन बरन की राधिका
कौन बरन के स्याम सुनर गोरी तोरा सोॅ होइहैं राधिका
तुम खाड़े रहियो स्याम सुनर गोरी तोरा सोॅ होइहैं राधिका

गौर बरन की राधिका हो गौर बरन की राधिका
स्याम बरन के स्याम सुनर गोरी तोरा सोॅ होइहैं राधिका
तुम खाड़े रहियो स्याम सुनर गोरी तोरा सोॅ होइहैं राधिका

कौन उमर की राधिका हो कौन उमर की राधिका
कौन उमर के स्याम सुनर गोरी तोरा सोॅ होइहैं राधिका
तुम खाड़े रहियो स्याम सुनर गोरी तोरा सोॅ होइहैं राधिका

नवयौवन की राधिका हो नवयौवन उमर की राधिका
बालापन के स्याम सुनर गोरी तोरा सोॅ होइहैं राधिका
तुम खाड़े रहियो स्याम सुनर गोरी तोरा सोॅ होइहैं राधिका