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तुम ही जानो / असंगघोष
Kavita Kosh से
यह किसका है शव!
कल जिसे कुत्ते चाट रहे थे
जनरल वार्ड में,
आज मरचुरी में
रखा दुर्गंधा रहा है
क्या है इसकी पहचान
इसे इसकी शिखा से पहचानूँ
या मजिस्ट्रेट के बनाए
चन्द गवाहों के सामने लिखे पंचनामे से
जिसमें लिखा है
‘मृतक केवल एकलंगी धोती पहने था
माथे पर तिलक लगा था’
उसके काँधे से
हाथ के नीचे होकर जाता हुआ
मैंने देखा
मूतासूत्र...
माफ कीजिए
इसी से
कौन था यह
शायद आप पहचान गए हो
जीते जी मेरी छाया से दूर भागता रहा
यह कौन था
मुझे क्या,
मेरा काम तो
इसकी खोपड़ी को खोलना
और पेट चीरना है
पाता हूँ इसी काम की पगार,
क्यों मरा
कैसे मरा
यह डॉक्टर जाने
या तुम जानो
मरने वाला कौन था?