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दीप जला-दीप जला / राज हीरामन
Kavita Kosh से
दिवाली है, दिवाली है,
दीप जला, तू दीप जला,
दिवाली है, दिवाली है,
दीप जला, तू दीप जला ।
हर दिल में तू दीप जला,
मन-मंदिर में तू दीप जला,
दिवाली है, दिवाली है,
दीप जला, तू दीप जला ।
घर-आंगन तू बुहार ले,
अपने हृदय को संवार ले,
दिवाली है, दिवाली है,
दीप जला, तू दीप जला ।
आस-पड़ोस न भूखा सोये
घर-घर में फुलझड़ियाँ बरसे,
दिवाली है, दिवाली है,
दीप जला, तू दीप जला !
बच्चे-बच्चे तारों से खेले,
लक्ष्मी पाकर चारों से फैले,
दिवाली है, दिवाली है,
दीप जला, तू दीप जला