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नई बोली / बैर्तोल्त ब्रेष्त / उज्ज्वल भट्टाचार्य

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पहले जब वे अपनी औरतों से प्याज़ की बात करते थे
ख़ाली दुकानों में सामान फिर नदारद थे
और उन्हें गहरी सांस, ग़ालियों, चुटकुलों का मतलब
समझ में आ जाता था
बदहाली में भी किसी तरह जीना था ।

अब
वे मालिक हैं और उनकी एक नई बोली है
जो सिर्फ़ वही समझते हैं, कैडरबड़बड़
धमकी और सीख देने के लहजे में इसे बोला जाता है
और दुकानें भर जाती हैं – प्याज़ के बिना ही ।

हाँ, कैडरबड़बड़ सुनने के बाद
जायका बिगड़ जाता है ।
जो इसे बोलता है
उसकी आवाज़ चली जाती है ।

1953
 
मूल जर्मन भाषा से अनुवाद : उज्ज्वल भट्टाचार्य