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नमस्ते! / नवनीत पाण्डे
Kavita Kosh से
नहीं..नहीं
अभी समय नहीं है
मैं नहीं आ पाऊंगा
सोरी यार!
फ़िर कभी...
फ़िर किसी दिन देखेंगे
जमकर बैठेंगे
खूब बातें करेंगे
कितने अरसे बाद मिले हो
मुझे पता तो चला था
तुम यहां हो..
पर यहां हो
मालूम नहीं था
सब ठीक-ठाक तो है ना
अच्छा तो चलूं..जरा जल्दी में हूं
नमस्ते!