भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
नवधा भक्ति / अंकावली / सुरेन्द्र झा ‘सुमन’
Kavita Kosh से
‘श्रवण’ नाम यश ‘कीर्तन’, अनुखन ‘स्मरण’ चरणहु क ‘सेवन’
‘अर्चन’ ‘वन्दन’ ‘दास्य’ ‘संख्य’ पुनि अन्तिम ‘आत्म निवेदन’