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नाई की तेरे लाम्बे लाम्बे खेस / हरियाणवी
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हरियाणवी लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
नाई की तेरे लाम्बे लाम्बे खेस
आधे बिछा ल्यो आधे ओढ़ ल्यो
राजा जी मेरी मां के पाले खेस
क्यूंकर बिछा ल्यूं क्यूंकर ओढ ल्यूं
राजा जी तेरी चाल सरूप
जणू रै हाथी घूमै गाल मैं
राजा जी तेरा बोल सरूप
जणू रै पपीहा बोल्या रेल का
नाई की तेरा बोल सरूप
जणू रै कोयल बोली बाग में
नाई की तेरी चाल सरूप
जणू मुरगाई तिरगी ताल मैं