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नाचता आकाश / नंदकिशोर आचार्य
Kavita Kosh से
डैने फैलाए
उड़ रहा है रूँख
खिलाए हुए धरती अपने में
आकाश की ख़ातिर—
लय में जिस की
नाचता आकाश ।
—
9 सितम्बर 2009