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निज प्रकाश फैलाबो बाबा / रामधारी सिंह 'काव्यतीर्थ'

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निज प्रकाश फैलाबो बाबा
फेनु जग में आबोॅ बाबा

दुक्खे दुख दिखावै सगरो
दुःख क्लेश मिटाबोॅ बाबा

गीता ज्ञान कराबोॅ बाबा
फेनु सें ज्ञान कराबोॅ बाबा

झूठा नाता केॅ सच मानै
सच्चा राह दिखाबोॅ बाबा

कठपुतली रं जीवन सबके
दया दरश दिखलाबोॅ बाबा

परिवर्तन के युग ऐलोॅ छै
सत्य-ध्वजा फहराबोॅ बाबा

हम्मैं पाबौं तोरोॅ दरशन
निज प्रकाश फैलाबोॅ बाबा।