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नीचे साहब की गाड़ी खड़ी है / विजय गौड़
Kavita Kosh से
मत हिलाओ हवा में
इस तरह अपने को पेड़
कि तुम्हारे पत्ते
साहब की गाड़ी पर गिरें
शाखों पर घोंसला बनाए
पक्षी से कहो,
यदि बीट करनी है तो
चले जाओ यहाँ से
नीचे साहब की गाड़ी खड़ी है
मत बनो इतने सर्जक
कि पके हुए फलों को देखकर
बच्चे ललचाएं और पत्थरबाजी करें
पेड़ यदि रहना चाहते हो जीवित
तो ध्यान रखो
नीचे साहब की गाड़ी खड़ी है
चमकती हुई।