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नुंवादी कोनी आ बात भायला / सांवर दइया

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नुंवादी कोनी आ बात भायला
बख में लै मारै ऐ लात भायला

एक मन उतारादै दूजो दिखणादै
कूड़ा लागै फेरा सात भायला

तिसां मरै पण पाणी कोनी पीवै
दुनिया पूछै पैली जात भायला

साव कूड़ी आ अपणायत आ मुळक
देख अठै तूं पग-पग घात भायला

ऊजळै दिन लारै आ रात काळी
जीत री आड़ लाधै मात भायला