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न्याय / विश्वनाथप्रसाद तिवारी
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ज़ुर्म साबित नहीं हुआ
यह सबसे बड़ा ज़ुर्म है
न्यायाधीश बार-बार चश्मा लगाता
बार-बार पन्ने पलटता
बार-बार मेज़ ठोंकता
न्याय अंधा होता है
न्याय बहरा होता है
न्याय हृदयहीन होता है
न्याय का अर्थ होता है राज्यादेश
अर्थात राज्यादेश का अर्थ होता है न्याय
न्यायाधीश बुदबुदाता है ।