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पराई नज़र : बर्लिन को अलविदा / हाइनर म्युलर / उज्ज्वल भट्टाचार्य
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कोठरी में बैठा हूँ मैं,
सामने पन्ना ख़ाली है अब तक
दिमाग में एक नाटक है, जिसका न कोई दर्शक है
विजेता हैं बहरे
पराजितों को बोलना न आया
पराई एक नज़र
और यह शहर पराया
खिड़की के सामने से भूरे-पीले बादल हैं सरकते
भूरे-गोरे हैं कबूतर
बर्लिन के ऊपर हगते
14.12.1994
मूल जर्मन भाषा से अनुवाद : उज्ज्वल भट्टाचार्य