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पीड़ा में होना कठिन है / गुन्नार एकिलोफ़
Kavita Kosh से
पीड़ा में होना कठिन है
पीड़ा में होना प्रेम के बिना कठिन है
प्रेम करना संभव नहीं है बिना पीड़ा में पड़े हुए
प्रेम करना कठिन है
(मूल स्वीडिश से अनुवाद : अनुपमा पाठक)