भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

पेशेवर योद्धा / लैंग्स्टन ह्यूज़ / अमर नदीम

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

लड़ते
सिर्फ़ मूर्ख ही हैं।

अगर मैं
मूर्ख ना होता
तो लड़ न रहा होता।

मैं रोज़ छह डॉलर कमाता
गोदी पर काम करके
और बचत भी करता
अब से अधिक ही।

लड़ते
सिर्फ़ मूर्ख लोग ही हैं।

मूल अँग्रेज़ी से अनुवाद : अमर नदीम