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पोखरी का हीत, जय जश दे / गढ़वाली
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♦ रचनाकार: अज्ञात
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पोखरी का हीत<ref>हित देवता, गाँव का</ref>, जय जश दे,
तेरा जाति<ref>यात्रा</ref> आयो जय जश दे
भेंटुली<ref>भेंट</ref> क्या लायो, जय जश दे,
सोवन<ref>सोने की</ref> धुपाणी<ref>धूपदानी</ref> लायो जय जश दे
मोत्यों<ref>मोतियों से</ref> भरी थाल लायो जय जश दे,
जाति तेरा आयो जय जश दे
पोखरी का हीत जय जश दे
शब्दार्थ
<references/>