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प्रेय / मधुरिमा / महेन्द्र भटनागर
Kavita Kosh से
प्यार की जिसको मिली सौगात है
ज़िन्दगी उसकी सजी बारात है!
भाग्यशाली वह; उसी के ही लिए
सृष्टि में मधुमास है, बरसात है!