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फलक / लीना मल्होत्रा
Kavita Kosh से
तुम्हारे पास सिगरेट थी
मेरे पास सूरज
सप्तपदी में दोनों ही शामिल न थे !
फिर जब मैंने
सूरज को धो-पोंछकर, चमकाकर फलक पर रखा
तो धरती क्यों गाढे धुएँ से भर गई
क्या तुम्हारी सिगरेट मेरे सूरज से जलती थी ?