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फूटा ढोल / प्रकाश मनु
Kavita Kosh से
मेरा भैया गोलमटोल,
दूध-जलेबी जैसे बोल।
दिन भर करता है शैतानी,
रोता जैसे फूटा ढोल।
जब-जब बजता फूटा ढोल,
सारा घर तब उठता डोल!