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बनारस में गंगा / भास्कर चौधुरी
Kavita Kosh से
सचमुच माँ ही तो है गंगा
उम्र से दुगुनी
ऊँचाई से आधी
छोटी और हल्की
रुग्ण फिर भी
खाना पकाती हुई
पकती हुई
मतलबी बेटों के लिए!!