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बाल गीत / ग्युण्टर ग्रास / उज्ज्वल भट्टाचार्य
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कौन हंसता है, हंसा यहाँ ?
हंसना तो हो चुका यहाँ ।
हंसने वाले पर होता शक,
हंसता नहीं है वो बेवजह, हाँ ।
कौन रोता है, रोया यहीं ?
रोया जाएगा यहाँ नहीं.
रोता जो यहाँ, कहता है :
कारण रोने का रहता है ।
बोला कौन, कौन चुप रहता ?
होगी रपट, जो कुछ न कहता ।
बोले जो, वह छिपा रहा है,
बोलने का कारण कहाँ है ।
कौन खेलता रेत के ऊपर ?
खड़ा होगा दीवार से सटकर ।
दाँव उसका ग़लत चल गया,
काम न आया, हाथ जल गया ।
कौन मर रहा, मर चुका ?
दूसरों के सामने वह झुका ।
बेदाग़ यहाँ जो मरता है,
बिला वजह वह मरता है ।
मूल जर्मन से अनुवाद : उज्ज्वल भट्टाचार्य