भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
भइला पर बीमार / विनय राय ‘बबुरंग’
Kavita Kosh से
भइला पर बीमार
धरे के चाही पढ़ल-लखल
डाक्टर के दुआर
ओझइतन के हें जइबऽ त
कह देई कि
ई त फलाना क बरम ह
आ कुछ दिन में देखबऽ त
उनकर दिमाग
गरम ह।।