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मधुबन की ओर जरा देख सखी / अंगिका लोकगीत

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   ♦   रचनाकार: अज्ञात

मधुबन की ओर जरा देख सखि वृन्दावन लाली छाई रहे
वृन्दावन लाली छाई रहे वृन्दावन लाली छाई रहे
मधुबन की ओर जरा देख सखि वृन्दावन लाली छाई रहे

लाल लाल गउआ भए हो लाल लाल गउआ न हो
लाल भए सब ग्वाल सखा वृन्दावन लाली छाई रहे
मधुबन की ओर जरा देख सखि वृन्दावन लाली छाई रहे

लाल लाल जमुना भए हो लाल लाल जमुना न हो
लाल कदंब के डार सखि वृन्दावन लाली छाई रहे
मधुबन की ओर जरा देख सखि वृन्दावन लाली छाई रहे

लाल लाल राधा भई हो लाल लाल राधा न हो
लाल रंग भाए स्याम सुनर वृन्दावन लाली छाई रहे
मधुबन की ओर जरा देख सखि वृन्दावन लाली छाई रहे