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माँ और बच्चा / अमरजीत कौंके
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माँ बहुत चाव से
गमले में उगाती है मनीप्लांट
बच्चा घिसटता जाता
तोड़ डालता है पत्ते
उखाड़ फेंकता है
छोटा-सा पौधा
माँ फिर गमले में
बोती है मनीप्लांट
बच्चा फिर निकाल फेंकता
जड़ से
फूटने पर नए पत्ते
माँ फिर हिम्मत नहीं छोड़ती
बच्चा फिर जा रहा
पौधे की तरफ लपकता
मैं देख रहा हूँ
कितने दिनों से
माँ और बच्चे की
यह मीठा खेल
सोचता हूँ
जीतता कौन है?
माँ का हौंसला
या बच्चे की जिद?