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माँ की कुछ छोटी कविताएँ (2) / रचना श्रीवास्तव

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ज्यादा बिजली का बिल आएगा
पिता दुहाई देते रहते
फिर भी कमरे में मेरे
अँधेरा किया नहीं उसने
क्योंकि उनको पता था
अँधेरों से डरती हूँ मैं