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मातृभूमि / नवीन निकुंज
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ई्र देश दधीचि रोॅ
नानक-तुलसी रोॅ
मुक्ति रोॅ कुंभ लगै।
जब तांय छै देह-लहू
भारत-गुण गैवै
सुली पर लटकी केॅ।
भारत ई, भारत उ$
वेदे नै हाँसै
देवो के भीड़ लगै।