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मार डालना किन्तु क्षेत्र में / माखनलाल चतुर्वेदी
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मार डालना किन्तु क्षेत्र में
जरा खड़ा रह लेने दो,
अपनी बीती इन चरणों में
थोड़ी-सी कह लेने दो;
कुटिल कटाक्ष, कुसुम सम होंगे
यह प्रहार गौरव होगा
पद-पद्मों से दूर, स्वर्ग-
भी, जीवन का रौरव होगा।
प्यारे इतना-सा कह दो
कुछ करने को तैयार रहूँ,
जिस दिन रूठ पड़ी
सूली पर चढ़ने को तैयार रहूँ।