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मिला दूध में पानी / सीताराम गुप्त

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ग्वाला चला दूध देकर जब,
उससे बोली नानी,
इतना पतला दूध आज है
मिला दूध में पानी!

ग्वाला बोला-भैंस ताल में
जा बैठी कल शाम,
इससे दूध हुआ कुछ पतला
पानी का क्या काम!