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मिस्टर जोकर / शेरजंग गर्ग
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मिस्टर जोकर, जागे सोकर,
ठोकर लगी हँसे हो-हो कर।
कभी गेंद की तरह उछलते,
गिरते-गिरते ख़ूब सँभलते।
मुँह से ढेरों धुआँ उगलते,
एक टाँग पर झटपट चलते।
किन्तु न आते मुँह धोकर
ख़ूब हँसाते रो-रो कर।