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मुअल मछियुनि जो शहर / श्याम जयसिंघाणी
Kavita Kosh से
समूरो किनारो मेरो
गचेरो, गदिलो, बांसी
माछी सुम्हियल, पाणीअ में
केमीकल मिलियल
दूर दूर मछीअ जी तलाश
वेझो सभु मुअल!