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मुकरी-5 / अमरेन्द्र
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निकलौं जेन्हैं कि साथें लागतौं
गोड़े लग जाय कूँ-कूँ करतौं
कोय्यो बैरी सें नै डरतौं
की अरे कुत्ता
नै अबे जुत्ता ।