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मुलाकात / नवनीत पाण्डे
Kavita Kosh से
वह परेशान है
उतावला है
मिलना चाहता है मुझसे
बचपन का मित्र है
मैं ढूंढ रहा हूं
चेहरे पर सिर के बाल
छाती पर रीढ की हड्डी