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मुहाने पर नदी और समुद्र-12 / अष्टभुजा शुक्ल
Kavita Kosh से
पानी का
एक तूफ़ान
टकराता है
पानी के
दूसरे तूफ़ान से
तो विलीन हो जाता है पानी
दिखाई देता है
फेन ही फेन