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मूर्ख / सुरेन्द्र स्निग्ध
Kavita Kosh से
देखिए, रामसकल यादव जी —
देखिए तो इस प्रोफेसर को,
पटना यूनिवर्सिटी के प्रोफ़ेसर हैं
कितने बड़े मूर्ख हैं
लगा लीजिए अन्दाज़ा
हमसे ये पूछ रहे हैं —
कब जाइएगा दिल्ली, हुज़ूर !
चाहते हैं कि हमारी हो
एक महीना पहले ही एडवांस बुकिंग
— सर, लिखवा दीजिए
पूरे शहर की दीवारों पर —
अँग्रेज़ी-विरोध का मतलब आरक्षण-विरोध,
एक बात का ध्यान रखिएगा
हुज़ूर, मेरे लिए खासकर
लोक सेवा आयोग में
एक सदस्य की जगह ख़ाली हो रही है
और मैं हूँ.... कि मैं हूँ....