मेरा जन्म हुआ / नवनीता कानूनगो
भय के जालरंध्रों में कहीं
फूटा था एक बीज. मेरा जन्म हुआ था।
मैं लिखी गई थी उन नक़्शों में
जो गए थे मेरे दादाजी के साथ पूर्वोत्तर सीमान्त एजेंसी,
उनकी ब्रीफ़केस-खोपड़ी में छुपे हुए, उसका क्लर्क का अस्तित्व,
उसकी इमानदारी की कमाई
नागा विद्रोह के समय;
मैं उनके चुराए गए चूल्हे की अर्धचेतन राख थी।
अपने पिता के कठिन जन्म में पैदा हुई थी मैं;
वह हबिगंज था जहाँ उन्होंने लात मार कर स्वयं को पहुँचाया था जीवन में,
जब दाई दबा रही थी हाथ से उसकी माँ के चीख़ते मुँह को
ताकि दंगाई न सुन लें।
मैं पैदा हुई थी एक ऐसी औरत के पैरों तले
जिसने पलाश के पेड़ पर नंगा लटकाए जाने
और जलाए जाने से पहले
अपने बेटे को ज़िन्दा कटते हुए देखा था।
उस समय में थी मैं वहाँ, फेंके हुए पत्थरों में
और उन मिट्टी की आँखों में जो जम जाती थीं, जिन में से रिसते थे सपने,
वो हाण्डियाँ जिन में कुछ पकता था किसी मदद से,
वो कैम्प जहाँ जीवन ख़रीदा जाता था आख़िरी सहेजे सोने से।
उसके और बाद, मेरा जन्म हुआ एक पहाड़ी पर
जहाँ का भूदृश्य भिक्षा देता था;
भ्रान्ति का आश्रय।
मैं थी वह लाल मिट्टी जिस में गिरते थे चेहरे,
स्मृति वापिस पाकर जिसमें पैर लड़खड़ाते थे,
हर दिन, हर पल।
मेरा जन्म हुआ पिटे-हुए व्यापारों में
और उन प्रतिभाओं में
जो सुदूर अनुकूल बाज़ारों की ओर
भाग जाने के लिए उगा लेती थी टाँगें।
मेरा जन्म हुआ था,
भूगोल की चमड़े-सी खाल पर, इतिहास की लम्बी जीभ पर,
जो कुछ अपना है उसका, नए सिरे से, हिसाब लगाते रहने की आवश्यकता में।
और पूरे समय, वह अन्तर रहा
उखाड़े जाने की वेदना में जन्म लेने का,
एक घटना, जैसे जंगली जानवर को
ले जाया जाता है अभयारण्य में, फिर चिड़ियाघर में।
मगर यह समानता एक पागलपन है जो धीमे-धीमे मारता है,
एक प्रतिग्रहण जो मुझे आज्ञा देता है
की पुनः जन्म लूँ तो किसी
साँप की बाम्बी या खरगोश के बिल में।
अँग्रेज़ी से अनुवाद : रीनू तलवाड़