मेरा मुन्ना बड़ा सयाना, शाम हुए सो जाता है,
ऊधम नहीं मचाता है।
बिल्ली रानी, यहां न आना अब तुम शोर मचाने को,
चूहे, वह बैठी है बिल्ली तुझे पकड़ ले जाने को।
मेरा मुन्ना तुम दोनों के झगड़े से घबराता है,
सांझ हुए सो जाता है।
मेरा मुन्ना बड़ा सयाना, सांझ हुए सो जाता है
ऊधम नहीं मचाता है।
बंदर बाबा खों-खों करके फिर न उतरना आंगन में,
मुन्ना के हाथों का लड्डू छीन न ले जाना छन में।
मेरा मुन्ना अब आंगन में नहीं नाचता-गाता है,
सोने में सुख पाता है।
मेरा मुन्ना बड़ा सयाना, सांझ हुए सो जाता है
ऊधम नहीं मचाता है।
चंदा मामा, तुम क्यों आए छत पर चढ़ मुसकाने को,
सब छोटे-छोटे बच्चों को सुंदर सपन दिखाने को।
मेरा मुन्ना अभी तुम्हारी आहट से अकुलाता है,
तुमको नहीं बुलाता है।
मेरा मुन्ना बड़ा सयाना, सांझ हुए सो जाता है
ऊधम नहीं मचाता है।