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मेरा सपने देखना जारी है / लैंग्स्टन ह्यूज़ / अमर नदीम

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मैं उठाता हूँ अपने सपने और उनसे बनाता हूँ
एक गुलदान काँसे का
और एक गोल फ़व्वारा केन्द्र में एक सुन्दर मूर्त्ति के साथ ।

और एक गीत एक भग्न हृदय के साथ
और पूचता हूँ तुमसे —
क्या तुम समझ पाते हो मेरे सपनों को ?

कभी तुम कहते हो — हाँ
और कभी कहते हो कि नहीं समझते ।

जवाब जो भी हो — फ़र्क नहीं पड़ता
मेरा सपने देखना जारी रहता है ।

मूल अँग्रेज़ी से अनुवाद : अमर नदीम
 —
लीजिए, अब यही कविता मूल अँग्रेज़ी में पढ़िए
       Langston Hughes
     I Continue To Dream

I take my dreams and make of them a bronze vase
and a round fountain with a beautiful statue in its center.

And a song with a broken heart and I ask you:
Do you understand my dreams?

Sometimes you say you do,
And sometimes you say you don't.

Either way it doesn't matter.
I continue to dream.