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मेरी पुरानी तस्वीर / पूजा कनुप्रिया
Kavita Kosh से
तुम मेरे बीते हुए लम्हे
गुज़रा हुआ वक़्त
एक पूरा काल थी
तुम्हें ही देखकर
मैं खुश होती थी
तुम
मेरे यौवन का आइना
कल की खुशियों से
आज मुस्कुराने का सामान थीं
तुम
आज नहीं हो
खो दिया तुम्हें मैंने
अब बस तुम यादों में हो
ख़ूबसूरत हो
लेकिन चेहरा साफ़ नज़र नहीं आता
तुम
मेरे इतिहास का आइना
मेरी सबसे पुरानी तस्वीर