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मेरी सबसे अच्छी कविता / माशा कालेको

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मेरी सबसे अच्छी कविता ?
वह तो मैंने कभी लिखी ही नहीं |
वह ह्रदय के अन्तरतम से उठी
और मैं ख़ामोश हो गई I

मूल जर्मन से अनुवाद : प्रतिभा उपाध्याय