भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
मेरे लोग / लैंग्स्टन ह्यूज़ / अनुराधा सिंह
Kavita Kosh से
रात अनिंद्य सुंदर है
मेरे लोगों के चेहरों-सी
सितारे अप्रतिम सुंदर
मेरे लोगों की आँखों से
सुंदर है सूरज
सुंदर हैं मेरे लोगों की आत्माएँ भी।
अँग्रेज़ी से अनुवाद : अनुराधा सिंह