भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

मेरे लोग / लैंग्स्टन ह्यूज़ / अनुराधा सिंह

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

रात अनिंद्य सुंदर है
मेरे लोगों के चेहरों-सी
  
सितारे अप्रतिम सुंदर
मेरे लोगों की आँखों से

सुंदर है सूरज
सुंदर हैं मेरे लोगों की आत्माएँ भी।

अँग्रेज़ी से अनुवाद : अनुराधा सिंह