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मेहर सिंह / परिचय

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सोनीपत जिले के बरोणा गांव के साधारण किसान परिवार में जन्म ( कुछ विद्वान इनके जन्म की तिथि सन् 1916 तो कुछ 1918 मानते हैं।) बहुत अच्छे गायक थे। गायन के लिए अपने परिवार की प्रताड़ना सहन करनी पड़ी। 1936 में फौज में भरती हुए। फौजी जीवन और फौजियों की पत्नियों की पीड़ा को विशेष तौर पर अभिव्यक्त किया। मुक्तक रागनी के विकास में महत्वपूर्ण योगदान। सन् 1944 में देहावसान। रामफल चहल व रघुबीर मथाना ने तथा डॉ. रणबीर सिंह दहिया ने इनकी रचनाओं को एकत्रित करके प्रकाशित किया है।