भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

मैं क्यों लिखता हूँ / तादेयुश रोज़ेविच

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

मुखपृष्ठ  » रचनाकारों की सूची  » रचनाकार: तादेयुश रोज़ेविच  » संग्रह: ख़ून ख़राबा उर्फ़ रक्तपात
»  मैं क्यों लिखता हूँ


कभी-कभी 'जीवन' उसे छिपाता है
जो जीवन से ज़्यादा बड़ा है

कभी-कभी पहाड़ उस सबको छुपाते हैं
जो पहाडों के पार है
इसीलिए पहाडों को खिसकाया जाना चाहिए
लेकिन पहाडों को खिसकाने लायक
न तो मेरे पास तकनीकी साधन हैं
न ताकत
न भरोसा
इसलिए मैं जानता हूँ कि आप उन्हें इसी जगह देखते रहेंगे

और यही वजह है कि
मैं लिखता हूँ ।

(बिल जॉन्सन के अंग्रेज़ी अनुवाद के आधार पर )