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मैया केरोॅ पोसली धिया चलली ससुररिया / खुशीलाल मंजर
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मैया केरोॅ पोसली धिया चलली ससुररिया, आजु लागै घोॅर हो उदास
केकरा ओहरिया में सुखोॅ से रहली धिया, केकरोॅ गोदियो लागै सून
केकरोॅ-केकरोॅ संग अबेॅ छूटी गइलै, केकरा सें बिछुड़ली बहिन
मैयोके पोसली धीया चलली ससुररिया, आजु लागै घोॅर हो उदास
बाबा के ओहरिया में सुखोॅ से रहली, मैय्यो के गोदियो लागै सून
छूटी गेलै, छूटी गेलै संगोॅ के सहेलिया, भैया सें बिछुड़ली बहिन
मैया केरोॅ पोसली धीया चलली ससुररिया, आजु लागै घोॅर हो उदास
बँगला बैठलोॅ बाबा हुमड़ी-हुमड़ी रोबै, कोनटा कानै छै दादी माय
सूनोॅ-सूनोॅ लागै रानी बेटी लेॅ एँगना, छोटकी बहिन कानै मोर
मैयो केरोॅ पोसली धीया चलली ससुररिया, आजु लागै घोॅर हो उदास