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मौगी मरदों में भेलै टंटा / छोटे लाल मंडल
Kavita Kosh से
मौगी मरदों में भेलै टंटा,
टंटा भेलै कि ऐन्हौ तैन्हौ,
बरखे लगलौ डंटा पै डंटा।
है टंटा के कारण कियै-
मौगी नें बेटा के डाक्टर बनैतै
देहो के रागवा दूर भगैतै,
दवा दारू से पैसा वचतै
सुखी सुखी में जीवन कटतै।
मरदें कहैं छै वकील बनैवै,
मामला के पैरबी आप करैवै,
गामो घरों में नामो कमैतै
कुछु जानें में राहत मिलतै।
है बात की दवलो रहलै,
महिला आयोग पहुंची गेलै,
गवाही शादी गुजेरे लगलै,
कसूरवार के ढुढै लगलै।
आयोग नै कहै छै-
बेटबा के तनिसा सामनें लानौ,
होकरो इच्छा तै जानी लेवैं,
दोनों प्राणी सहमी के बोलै,
बेटबा अखनी तै कोखी में पललै।
की ठहार छै बेटा की बेटी,
डराडोर छै हाथों में,
केकरा के डंड दोनों छै दाषी,
मियां वीवी के झगड़ा में।