भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
मौसम की पहली बर्फ / अवतार एनगिल
Kavita Kosh से
अरी ओ गूँगी!
अरी ओ पागली!
बाहर तो निकलो
धौलाधार से
उतर कर आये
भोले बाबा
बर्फ़ गिरी है!