भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

यक्ष प्रश्न / एस. मनोज

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

मनुखक विकास यात्रा
हुनक कल्पनाक संग विकसित भेल छल
चिड़ैक पाँखि पर चढ़ैक लिलसा
उड़नी जहाज बनैलक
चान मामा सँ भेंट करबाक मनोकामना
चन्द्रयान बनैलक
सूईया सँ सेटेलाइट धरि सभक निर्माण
मनुखक परिकल्पनाक पाँखि
लगैक प्रमाण थिक।
विज्ञान क' रहल अछि विकास
आ बदलि रहल अछि समाज
मुदा ओ आइ धरि मेटा नहि सकल
गरीबी, बेमारी
शोषण, अपराध
धार्मिक उन्माद
भेद, भ्रष्टाचार
अत्याचार, व्यभिचार।
आ नहि दिआ सकल सबहक
न्याय आ सम्मान
शिक्षा, रोजगार
स्वास्थ्यक सुविधा।
चान आ मंगल परकेँ यात्राक बादो
पृथ्वी परकेँ लोकक जीवन
कल्पनाशील मनुख आ
विज्ञानक सोझाँमे ठाढ़ अछि
यक्ष प्रश्न बनल ।