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यातना - 2 / संगीता गुप्ता
Kavita Kosh से
प्रेम की यातना
से गुजरते हुए
वह अब जान पायी है
निश्फल प्रेम से
ज्यादा दुष्कर है
न समझ पाने की त्रासदी