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यात्रा (चार) / शरद बिलौरे
Kavita Kosh से
एक नदी
दो नदी
दस नदी
यात्रा एक
और पार करनी पड़ी अनगिनत नदियाँ।
पहाड़ों और मैदानों की गिनती अलग
खर्च के मद में कुल जमा पाँच दिन।
एक अच्छी नौकरी के लिए
इतना सब बहुत बड़ा
बहुत छोटी योग्यता
और समझदारी की उम्र।